किडनी को स्वस्थ रखने वाले 10 खाद्य पदार्थ –

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किडनी को स्वस्थ रखने वाले 10 खाद्य पदार्थ –
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KayaWell Expert

स्वस्थ किडनी या गुर्दे हमारे शरीर के लिए उतने ही जरूरी होते हैं जितना कि स्वस्थ ह्रदय जरूरी होता है। किडनी waste और एक्स्ट्रा वाटर को फिल्टर करती है और हानिकारक विषाक्त पदार्थों (harmful toxins) को यूरिन के जरिये शरीर से बाहर निकालती है। साथ ही, किडनी शरीर में electrolytes और अन्य fluids के बैलेंस को बनाये रखने में मदद करती है।

किडनी में कोई खराबी होने पर या इसके कमजोर होने पर निम्न समस्याएं हो सकती हैं – पेशाब करने में कठिनाई (difficulty urinating), आँखों के चारों ओर सूजन होना और हाथ-पैरों में सूजन आना। जिस व्यक्ति को किडनी में कोई समस्या होती है उसे कोई दिल की बीमारी (Heart Disease) होने की सम्भावना भी बढ़ जाती है।

सही खाद्य पदार्थों के सेवन से किडनी के साथ-साथ शरीर के अन्य अंग भी ठीक से काम करते हैं। कुछ सुपरफूड्स जिनमें जरूरी एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे फ्लैवोनॉइड्स (flavonoids), लाइकोपीन (lycopene), बीटा-कैरोटीन (beta-carotene) और विटामिन सी (vitamin C) भरपूर होते हैं वह किडनी को स्वस्थ रखने में काफी मदद करते हैं।

शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स के कारण ऑक्सीडेशन बढ़ता है जो किडनी की समस्या होने का एक मुख्य कारण हैं। एंटीऑक्सीडेंट्स इस ऑक्सीडेशन के रेट को धीमा करने में मदद करते हैं।

यहाँ पर किडनी को हेल्थी रखने के लिए 10 सबसे फायदेमंद एंटीऑक्सीडेंट्स सुपरफूड्स दिए जा रहे हैं –


1. गोभी (Cabbage):-
गोभी kidney functioning को बढ़ाने में मदद करता है और ज्यादातर किडनी को स्वस्थ रखने वाली प्राकृतिक मेडिसिन्स में गोभी का ही इस्तेमाल होता है। इसलिए किसी भी प्रकार की किडनी से सम्बंधित समस्या में गोभी का उपयोग करें।

गोभी में फाइटोकेमिकल्स (phytochemicals) प्रचुर मात्रा में होते हैं जो फ्री रेडिकल्स को नुकसान करने से पहले ही तोड़ देते हैं। साथ ही, इसमें विटामिन बी6, सी और के के साथ-साथ फाइबर और फोलिक एसिड भी भरपूर होते हैं। चूंकि इसमें पोटैशियम कम होता है इसलिए इसका सेवन डायलिसिस (dialysis) के मरीज भी कर सकते हैं। आप गोभी को कच्चा या फिर पका कर सेवन करकते हैं।

2. Berries :-
Berries मैंगनीज, विटामिन सी, फाइबर और फोलेट का काफी अच्छा स्त्रोत होती हैं। विभिन्न प्रकार की berries जैसे स्ट्रॉबेरीज (strawberries), जामुन (blueberries), क्रैनबेरी (cranberries) और raspberries किडनी को स्वस्थ रखने में काफी हेल्पफुल होती हैं। इन berries में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होती हैं जो इन्फ्लामेशन को कम करती हैं और bladder functioning को बढ़ाती हैं।

आप berries को ताजा, जमी हुई या सूखी अवस्था में सेवन कर सकते हैं।


3. मछली (Fish):-

मछली में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स होती हैं जो इन्फ्लामेशन कम करती हैं। इससे किडनी को विभिन्न बिमारियों से प्रोटेक्शन मिलता है। साथ ही, मछली में हाई-क्वालिटी प्रोटीन भी होता है।

2008 में अमेरिकन जर्नल ऑफ किडनी डिजीजे में पब्लिश हुई एक रिपोर्ट के अनुसार मछली का सेवन करने से डायबिटीज (मधुमेह) के मरीजों में यूरिन के जरिये प्रोटीन का नुकसान कम होता है।

किडनी को स्वस्थ रखने के लिए सैल्मन (salmon), इंद्रधनुषी मछली (rainbow trout), छोटी समुद्री मछली (mackerel) और टूना मछली (tuna) ज्यादा फायदेमंद होती है। हर हफ्ते दो या तीन मछली का सेवन करें। किडनी की परेशानियों को कम करने के लिए आप केवल उबली, पकी हुई या भुनी हुई मछली का ही सेवन करें।


4. अंडे का सफेद भाग (Egg Whites):-

अंडे के सफेद भाग में लो फास्फोरस कंटेंट और हाई क्वालिटी प्रोटीन होता है जो किडनी के मरीजों के लिए फायदेमंद है। हाई क्वालिटी प्रोटीन में जरूरी एमिनो एसिड्स होते हैं जो किडनी को ठीक से काम करने में मदद करते हैं।

और तो और, जब हाई क्वालिटी प्रोटीन शरीर में metabolized होता है तो कम waste प्रोडक्ट पैदा होता है। आप अंडे के सफेद भाग का आमलेट बनायें या फिर उबले अंडे को अन्दर का yolk निकालकर सेवन करें।

किडनी के मरीजों को अंडे के yolk का सेवन नहीं करना चाहिए।


5. जैतून का तेल (Olive Oil):-

जैतून का तेल ह्रदय और किडनी दोनों के लिए फायदेमंद होता है। इसमें ओलेक एसिड (oleic acid) और एंटी-इन्फ्लेमेटरी फैटी एसिड्स पाई जाती हैं जो ऑक्सीडेशन को कम करती हैं और किडनी के स्वास्थ्य को बढ़ाती हैं। साथ ही, इसमें पॉलीफिनॉल (polyphenols) और एंटीऑक्सीडेंट कंपाउंड भी प्रचुर मात्रा में होते हैं जो इन्फ्लामेशन और ऑक्सीडेशन को रोकते हैं।

प्राकृतिक और अतिरिक्त शुद्ध जैतून के तेल (virgin and extra virgin olive oil) में रेगुलर जैतून के तेल के मुकाबले ज्यादा मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, इसलिए इनका योग ज्यादा करें। आप अपने भोजन को जैतून के तेल में पका कर सेवन कर सकते हैं। या फिर, इसमें मछली को भिगोकर भी सेवन कर सकते हैं।
6. लहसुन (Garlic)

लहसुन में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-क्लॉटिंग प्रॉपर्टीज होती हैं जो किडनी और हार्ट डिजीज होने की सम्भावना को कम करती हैं।

रोज एक या दो कच्ची लहसुन की कलियों का सेवन करें। इससे शरीर में हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल और इन्फ्लामेशन कम होगा।

यह किडनी को हैवी मेटल्स के हार्मफुल इफ़ेक्ट से भी बचाता है।


7. प्याज (Onions):-

प्याज पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है जिससे किडनी को detoxify और क्लीन करने में काफी मदद मिलती है। इसमें लो पोटैशियम होता है और हाई क्रोमियम होता है। क्रोमियम शरीर में फैट, प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट्स को metabolize करने में मदद करता है।

प्याज में एंटी-इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज भी होती हैं। आप प्याज को कच्चा या पकाकर सेवन कर सकते हैं। लेकिन कच्ची प्याज का सेवन किडनी के मरीजों के लिए ज्यादा लाभ देती है।


8. लाल शिमला मिर्च (Red Bell Peppers):-

लाल शिमला मिर्च रक्त में विषाक्त अपशिष्ट (toxic waste) को तोड़ने में मदद करती है जिससे किडनी के स्वास्थ्य पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। इसमें पोटैशियम लो होता है और विटामिन ए, बी6 और सी, फोलिक एसिड और फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है।

किडनी की कोई भी समस्या होने पर डॉक्टर्स अक्सर लो पोटैशियम वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करने की सलाह देते हैं। क्योंकि क्षतिग्रस्त किडनी रक्त से पोटैशियम को ठीक से फिल्टर नहीं कर पाती।

लाल शिमला मिर्च में लाइकोपीन (lycopene) नामक एंटीऑक्सीडेंट भी होता है जो हमें कुछ प्रकार के कैंसर से बचाता है। आप अपने भोजन में लाल शिमला मिर्च को कच्चा, पकाकर या भूनकर शामिल कर सकते हैं।

9. फूलगोभी (Cauliflower):-

फूलगोभी में हाई क्वांटिटी में विटामिन सी होने के साथ-साथ फोलेट और फाइबर भी भरपूर होता है। इसमें इण्डोल्स (indoles), ग्लूकोसाइनोलेट्स (glucosinolates) और थाइओसाईयोनेट (thiocyanate) नामक

कंपाउंड्स भी होते हैं जो टॉक्सिक पदार्थों को neutralize करने में लिवर की मदद करते हैं। यदि शरीर में टॉक्सिक पदार्थ neutralize न हों तो यह सेल मेम्ब्रेन और डीएनए (DNA) को डैमेज कर सकते हैं।

यदि फूलगोभी का नियमित सेवन किया जाए तो शरीर से इन्फ्लामेशन और हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करने में काफी मदद मिलती है, क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-क्लॉटिंग प्रॉपर्टीज होती हैं।

अपने भोजन में फूलगोभी को कच्चा या पकाकर सेवन करें।

नोट –
फूलगोभी में अधिक मात्रा में प्यूरीन (purines) पाए जाते हैं जो किडनी और शरीर में यूरिक एसिड के संचय को बढ़ावा देते हैं। इसलिए गठिया (arthritis) और पथरी (kidney stone) के मरीज इसका सेवन न करें।


10. सेब (Apples):-
सेब में उच्च मात्रा में फाइबर और एंटी-इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज पाई जाती हैं जो किडनी को क्लीन और detoxify करने में काफी मदद करती हैं। साथ ही, सेब मूत्र मार्ग में संक्रमण (urinary tract infections) को रोकता है जिससे किडनी में पथरी बनने की सम्भावना कम होती है।

सेब को कोलेस्ट्रॉल कम करने में, हार्ट प्रॉब्लम्स से बचाने में, कैंसर की सम्भावना को कम करने में और कब्ज (constipation) को रोकने में काफी फायदेमंद माना जाता है।

अपनी किडनी को स्वस्थ रखने के लिए रोज एक सेब का सेवन करें। आप इसको जूस के रूप में भी सेवन कर सकते हैं।

यदि किडनी की समस्या बढती ही जा रही है और ऊपर दिए उपचारों से भी कोई फायदा नहीं मिल रहा है तो अपने डॉक्टर से उचित जाँच कराकर प्रॉपर ट्रीटमेंट लें।



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