गठिया होने पर
महुए के फूल को बकरी के दूध में पका कर खाने से बहुत लाभ होता है.
धातु पुष्ट
महुए की छाल को गाय के घी और शक्कर के साथ मिला कर दिन में तीन बार पीने से धातु पुष्ट होती है.
सांप के काटने पर
महुए के बीज को पीस कर काटे हुए स्थान पर लगाने और आखों के दोनों कोरों पर लगाने से जहर का असर कम हो जाता है.
महुआ वातनाशक
महुआ वातनाशक और पौष्टिक तत्व वाला होता है.
सूजन कम होती है
यदि जोड़ों पर इसका लेपन किया जाय तो सूजन कम होती है और दर्द खत्म होता है.
पेट की बीमारियों से मुक्ति
इससे पेट की बीमारियों से मुक्ति मिलती है.
ग्रामीण क्षेत्रों में महुआ जैसे बहुपयोगी वृक्षों की संख्या घटती जा रही है. जहां इसकी लकड़ी को मजबूत एवं चिरस्थायी मानकर दरवाजे, खिड़की में उपयोग होता है. वहीं इस समय टपकने वाला पीला फूल कई औषधीय गुण समेटे है. इसके फल को ‘मोइया’ कहते हैं, जिसका बीज सुखाकर उसमें से तेल निकाला जाता है. जिसका उपयोग खाने में लाभदायक होता है.
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